Saturday 24 April 2021

बदला मौसम

घटा काली है छाई,

ये रात क्यों है?

बौंछार गिरी आँगन में आई,

ये बरसात क्यों है ?

,

बदला सा रंग है,

मौसम है,

फिर भी उमंग क्यों है ?

दिख रहे हैं आज ये पहाड़,

जो छिप जाते थे धुंधले आसमाँ में,

दिख रहे आज खुबसूरत,

फिर भी डर क्यों है ?

,

'जिन्न' बदली ये मौसम ,

फिर भी सर्द क्यों है,

आज बना दिया इंसान ने शमशान

फिर दर्द क्यों है ?

.......

घटा काली है छाई,

ये रात क्यों है ?.....

( मेरा छोटा सा प्रयास अपनी अभिव्यक्ती आप तक पहुँचाने का )


रचनाकार: दिनेश सिंह नयाल 
सर्वाधिकार सुरक्षित एवं प्रकाशित 
24/4/2021

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